कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को तमाम विपक्षी दल खुलकर समर्थन करने लगे हैं. राकेश टिकैत का भावुक वीडियो वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में विपक्षी दलों के नेता या तो गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे या उन्होंने अपने क्षेत्र से ही समर्थन देने का एलान किया.

पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से युवा चेतना प्रमुख रोहित सिंह ने राकेश टिकैत का समर्थन करते हुए कहा कि मोदी सरकार को ये काले कानून वापस लेने ही होंगे. आज महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी और रोहित सिंह ने राष्ट्रपिता की तस्वीर हाथों में लेकर अनशन किया.

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि देश महात्मा गांधी का ऋणी है. उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोगों ने ही बापू की जान ली और आज गांधी के अनुयायी बनने का ढोंग कर रहे हैं.

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की आज पूरा देश किसानों के साथ खड़ा है परंतु मोदी सरकार किसानों को प्रताड़ित कर रही है. उन्होंने कहा कि युवा चेतना किसानों के साथ पूरी ताकत के साथ किसानों के समर्थन में खड़ी है.

युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा कि अन्याय के खिलाफ हम गांधी के विचारधारा के बल पर संघर्ष कर रहे हैं. मोदी सरकार लाठी के बल पर किसान आंदोलन को दबाना चाहती है जो हम नहीं होने देंगे.

उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है और यहाँ जो पिछले 65 दिनों से किसानों के साथ हो रहा है वह अत्यंत निंदनीय है. भाजपा और आरएसएस देश में गोडसे की जयंती और पुण्यतिथि मनवा रहे हैं जो हम नहीं होने देंगे.

रोहित सिंह ने कहा कि मोदी सरकार को कृषि बिल वापस लेना होगा, पूरा देश आज किसान नेता राकेश टिकैत के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि 2022 में उत्तर प्रदेश में भाजपा का सूपड़ा साफ कर ही किसानों के अपमान का बदला पूरा होगा. अनशन में मोहन सिंह, सैफ नवाज, बैजू राय, नकुल राय, अजय ओझा, आदित्य चौबे आदि उपस्थित रहे.

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