केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन बीते 6 महीने से अधिक समय से लगातार जारी है. किसानों की मांग है कि सरकार ये तीनों कानून वापस ले और एमएसपी पर नया कानून बनाए.

दिल्ली से सटी सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के आज 6 महीने पूरे हो गए. आज के दिन किसानों ने काला दिवस मनाने का एलान किया था. किसानों के इस आंदोलन को तमाम विपक्षी दलों का भी समर्थन हासिल है.

किसानों के आह्वाहन पर आज उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के मालदेपुर मोड़ पर युवा चेतना की ओर से अर्धनग्न होकर काला दिवस मनाया गया.

युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की भारत का किसान पिछले 6 महीने से देश की राजधानी के सीमा पर बैठा हुआ है और मोदी सरकार सोई हुई है. उन्होंने कहा कि किसान को देश में भगवान माना जाता है परंतु सरकार का व्यवहार अत्यंत निंदनीय है.

रोहित सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों के साथ स्वयं बात करना चाहिए. उन्होंने कहा कि युवा चेतना किसान आंदोलन के समर्थन में है. रोहित सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों के हितों का ध्यान रखना होगा नहीं तो आंदोलन और तेज होगा.

उन्होंने कहा कि 2022 में उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजों से मोदी सरकार को जनता का संदेश मिल जाएगा. युवा चेतना संयोजक ने कहा कि किसान-नौजवान पस्त है और सरकार मस्त है. उन्होंने कहा कि महापरिवर्तन हेतु सबको एक होना होगा.

इस मौके पर मोहन सिंह, डा. सुनील राय, राजू बारी विधायक, बैजू राय, अजय ओझा, नकुल राय, उमेश ओझा आदि उपस्थित रहे.

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