स्वामी सदानंद सरस्वती वेदांती जी की पुण्यतिथि पर आज युवा चेतना की ओर से कंबल बांटे गए ओर एक वेबिनार का आयोजन किया गया. स्वामी अभिषेक ब्रहम्चारी ने वेदांती जी के चित्र पर पुष्पांजलि कर वेबिनार का उद्घाटन किया.

स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की स्वामी वेदांती जी सनातन धर्म के सूर्य थे उन्होंने जीवन भर समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ने हेतु अभूतपूर्व कार्य किया. उन्होंने कहा कि धर्मसम्राट करपात्री जी के सच्चे अनुयायी स्वामी वेदांती जी ने राम राज्य परिषद के गठन में बड़ी भूमिका निभाई थी. स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की संतों को आगे आकर समाज को निर्देशित करना चाहिए. वेदांती जी धर्म के अवतार थे.

सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया के पूर्व न्यायमूर्ति एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस प्रफुल्ल चंद्र पंत ने कहा की स्वामी सदानंद सरस्वती वेदांती जी सनातन धर्म के मानक हस्ताक्षर थे. जस्टिस पंत ने कहा की संत का स्थान भारतीय समाज में सबसे ऊपर है. युवाओं को संतों का मार्गदर्शन लेकर राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि युवा चेतना अच्छा कार्य कर रही है.

वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की देश जब भी संकट में आया है तब संतों ने रास्ता दिखाया है. स्वामी वेदांती जी राष्ट्र रक्षक महापुरुष थे. उन्होंने कहा कि युवा चेतना निरंतरता से गरीब वर्ग को समाज के मुख्यधारा से जोड़ने हेतु प्रयासरत है.

अति विशिष्ट अतिथि बीएचयू के पूर्व कुलपति एवं उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डा. जीसी त्रिपाठी ने कहा की स्वामी वेदांती जी महामानव थे, उन्होंने आजीवन समाज निर्माण हेतु प्रयास किया. डा. त्रिपाठी ने कहा की स्वामी वेदांती जी निर्मल महापुरुष थे. भारत स्वामी वेदांती जी का आजीवन ऋणी रहेगा.

गीता प्रेस के अध्यक्ष राधेश्याम खेमका ने कहा की स्वामी वेदांती जी कमी सनातन जगत में खलती है. स्वामी करपात्री जी के कट्टर अनुयायी थे वेदांती जी. खेमका ने कहा की मुझे वेदांती जी के संसर्ग में रहने का बहुत अवसर मिला है.

नेपाल की पूर्व चुनाव आयुक्त ईला शर्मा ने कहा की मैं वाराणसी की बेटी हूँ मुझे गर्व है वाराणसी ने करपात्री जी और वेदांती जी जैसे संत दिया. श्रीमती शर्मा ने कहा की संत वेदांती जी त्यागी महात्मा थे जिन्होंने जीवन पर्यंत राष्ट्र निर्माण के क्षेत्र में काम किया.

यूनिवर्सिटी आफ इंजिनीयरिंग एंड टेक्नोलाजी रूरकी के चांसलर जेसी जैन ने कहा की मुझे हरिद्वार में कई बार स्वामी वेदांती जी से मिलने का अवसर मिला वो उच्च कोटि के महापुरुष थे.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. सहजानंद सिंह ने कहा की गोरखपुर में पैदा हुए स्वामी सदानंद सरस्वती वेदांती ने पूरे भारत पर प्रभाव डाला. स्वामी वेदांती जी ने आजीवन सनातन धर्म के विकास हेतु काम किया.

बलिया के मुबारकपुर एवं देवरिया कला गाँव में स्वामी सदानंद सरस्वती वेदांती के पुण्यतिथि पर सैंकड़ों जरुरतमंदों के बीच युवा चेतना के द्वारा कम्बल वितरण किया गया.

कम्बल वितरण युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह के द्वारा किया गया. इस अवसर पर कमला शंकर राय, गौतम राम, रामजी राय, अमरजीत कुशवाहा आदि उपस्थित रहे.

बलिया मालदेपुर मोड़ पर स्वामी सदानंद सरस्वती वेदांती के पुण्यतिथि पर युवा चेतना के तत्वावधान में सुंदर कांड का पाठ हुआ. स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने सुंदर कांड पाठ का शुभारम्भ किया.

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