जुनून एक ऐसी चीज है जो अगर इंसान पर चढ़ जाए तो वह परवाह नहीं करता. न ही उसे समाज का ख़याल रहता है और न ही उम्र के बंधन का. एक कहावत भी है कि इश्क नचाए जिसको यार, वह फिर नाचे बीच बाजार. इश्क या प्रेम व्यक्ति को किस हद तक ले जाए वही जाने.
ऐसा ही एक मामला अमेठी से सामने आया है. इस तरह के मामले कम ही देखने या सुनने को मिलते हैं. एक ऐसी शादी, जिसमें वही लोग घराती और वही बाराती थे. इस शादी में ख़ास बात ये भी रही कि इसमें नीचे की तीन पीढ़ियां भी शामिल हुईं. शख्स की शादी में उसका बेटा बहु और पोता, पोती सभी शामिल हुए.
अमेठी के जामो थाना क्षेत्र के खुटहना गांव में यह अनोखा मामला देखने को मिला. इस शादी में बुजुर्ग का उसके परिवार ने इच्छा पूरी करने में पूरा साथ दिया. बड़े ही धूमधाम से घर को सजाया गया. लाइटें लगी, मंगल गीत गाए गए और शख्स ने अपनी 60 वर्षीय पत्नी मोहना के साथ 65 वर्षीय बुजुर्ग मोतीलाल ने शादी रचाई.
ग्रामीणों ने बताया कि दम्पति पिछले 40 वर्षों से बगैर शादी के एक दूसरे के साथ रह रहे थे. समय बीतता गया. उनके बच्चे हुए और उनके बच्चों के भी बच्चे हुए. फिर समाज और हिन्दू रीति रिवाजों का ज्ञान हुआ. अब उनको लगा कि बगैर शादी के हमारा परलोक नहीं सुधर सकता है. ऐसे में शादी करने का फैसला किया.