केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद स्मृति इरानी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी का नफरत भरा और पक्षपाती रवैया नया नहीं है. साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को गुजरात में छोटे चाय कारोबारियों की जेब से धन निकालने और राज्य से चुनाव लड़ने का सहस दिखाने की चुनौती दी.
स्मृति इरानी ने कहा कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के निर्माण के प्रस्ताव का भी विरोध किया था. उन्होंने राहुल गांधी के असम में दिए गए उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में उनकी पार्टी सत्ता में आने पर गुजरात के चाय मालिकों से चाय बागानों के श्रमिकों की दिहाड़ी बढ़ाने के लिए कहेगी.
स्मृति इरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने हाल ही में असम में एक रैली में कहा था कि वह गुजरात के छोटे चाय कारोबारियों की जेब से रकम निकलवाएंगे. इससे पहले उन्हें चाय विक्रेता से परेशानी थी और अब उन्हें चाय पीने वालों से दिक्कत है.
उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी को चुनौती देती हूं कि अगर उनमें साहस है तो वह गुजरात से चुनाव लड़ें. उनकी सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी. राहुल गांधी ने कहा था कि अगर कांग्रेस असम में सत्ता में आएगी तो वह चाय बागानों के श्रमिकों की दिहाड़ी मजदूरी में वृद्धि करेगी.