केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध लगातार जारी है. किसान बीते एक महीने से दिल्ली से सटी सीमाओं पर बैठे हुए हैं और ये कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों के इस आंदोलन को विपक्षी दलों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है. विपक्षी दलों के साथ एनडीए के कुछ सहयोगी दल भी इस कानून के विरोध में हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की 69वीं जयंती पर आज संसद भवन में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेई को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी को संसद भवन में ही विरोध का सामना करना पड़ गया.
आम आदमी पार्टी के सांसदों ने पीएम मोदी के सामने किसान विरोधी कानून वापस लो, एमएसपी की गारंटी दो जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए.
आप सांसद संजय सिंह और भगवंत मान ने आवाज लगाते हुए कहा कि ये कानून वापस लीजिए प्रधानमंत्री जी, किसाना इतनी ठंड में बैठे हुए हैं, पीएम ने आप सांसदों की नारेबाजी को अनसुना किया और तुरंत ही वहां से निकल गए.
आप सांसद संजय सिंह ने इस पूरी घटना का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि बहरे कानों को सुनाने के लिए तानाशाह सरकार को जगाने के लिए संसद में प्रधानमंत्री के सामने किसानों के हम में हंगामा.
बहरे कानो को सुनाने के लिये तानाशाह सरकार को जगाने के लिये संसद में प्रधानमंत्री के सामने किसानो के हक़ में हंगामा “किसान विरोधी काला क़ानून वापस लो” अन्नदाताओं को आतंकवादी कहना बंद करो। pic.twitter.com/X8MF2pxnad
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 25, 2020