समाजवादी पार्टी व्यापार सभा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में कृषि कानून की प्रतियों को फूंककर और काले गुब्बारे छोड़कर भारत बंद का समर्थन किया. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा लागू इन कानूनों को किसानों के लिए काला कानून बताया और इसे रद्द करने की मांग की.
समाजवादी पार्टी व्यापार सभा के प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता ने बताया कि प्रशान ने उन्हें 6 दिसंबर से ही घर पर नजरबंद कर रखा है. उन्होंने कहा कि नजरबंद होने के बावजूद भी हम किसानों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं.
अभिमन्यु गुप्ता के नजरबंद की जानकारी होने पर सपा कार्यकर्ता उनके आवास पर पहुंच गए और पुलिस की मौजुदगी में कृषि बिल की प्रतियां जलाते हुए काले गुब्बारे छोड़े.
अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की उत्तर प्रदेश का व्यापारी समाज पूरी तरह से किसानों के संघर्ष को समर्थन दे चुका है और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. उन्होंने कहा कि किसान न्यूनतम बिक्री मूल्य, मौलिक समस्याओं व भविष्य को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अन्नदाता की मांगें जायज़ है जिनको की भाजपा की सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर नज़रअंदाज़ कर रही है. कृषि की आर्थिक स्तिथि से ही अर्थव्यवस्था और व्यापार तय होता है. फसल खराब या किसान नाखुश तो बाजार में सन्नाटा हो जाता है और व्यापार प्रभावित होता है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में प्रदेश का करोड़ों छोटा व्यापारी किसान भाइयों के साथ है. अभिमन्यु गुप्ता, शुभ गुप्ता, संजय बिस्वारी, विनय कुमार, हरप्रीत भाटिया लवली, शाहरुख खलीफा, अंकुर गुप्ता आदि थे.