अक्सर लोग शराब पीने से पहले शराब के गिलास को एक दूसरे के गिलास से टकराते हैं, इसके साथ ही लोग चीयर्स बोलकर शराब पीने की शुरुआत करते हैं, हो सकता है कि आप भी ऐसा करते हों, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि लोग ऐसा क्यों करते हैं और इसके पीछे की वजह क्या होती है?
अगर चीयर्स की बात करें तो ये ओल्ड फ्रेंच वर्ड chiere से मिलकर बना है जिसका मतलब है कि चेहका या सिर. कई रिपोर्टस के अनुसार 18 वीं शताब्दी तक इसका इस्तेमाल खुशी के लिए भी किया जाता था, लेकिन बाद में एक्साइटमेंट दिखाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होने लगा. इसलिए एक्साइटमेंट के लिए लोग चीयर्स का इस्तेमाल करते हैं.
अगर गिलास टकराने की बात करें तो ऐसे में कहा जाता है कि जब लोग शराब पीते हैं तो हमारी पांच इंद्रियां इस प्रोसेस में शामिल होती हैं, जैसे आंख से देखते हैं, हाथ से छूते हैं, जीभ से पीते हैं आदि. लेकिन इसमें कान का इस्तेमाल नहीं होता है. ऐसे में कान को शामिल करने के लिए भी गिलास टकराए जाते हैं ताकि कान भी इस प्रोसेस में शामिल हो.
गिलास टकराने की पीछे की आदत मानी जाती है लेकिन कुछ रिपोर्टस में इससे इतर बातें भी कही गई हैं. कहा जाता है कि जर्मन रिवाजों में अगर गिलास टकराते हैं तो एविल या घोस्ट शराब से दूर रहते हैं इसलिए लोग शराब पीने से पहले एविल को दूर रखने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं.