समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा है कि 25 दिसंबर को यूपी के गांव-गांव में सपा नेता व कार्यकर्ता किसान चौपाल का आयोजन कर किसानों को इन कानूनों की खामियां बताएंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी के सांसद, विधायक तथा अन्य प्रमुख नेता स्वयं किसी गांव में जाकर किसान घेरा कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे. किसान यात्रा कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी किसान घेरा कार्यक्रम में पार्टी नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएंगी. वे जहां किसानों से संवाद करेंगे वहीं उन्हें समाजवादी नीतियों तथा समाजवादी सरकार की उपलब्धियों की भी जानकारी दी जाएगी.
सपा मुखिया ने कहा कि समाजवादी घेरा कार्यक्रम में पार्टी नेता गांवों में किसानों की चैपाल में फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) एवं तथाकथित कृषि सुधार अधिनियम की सच्चाई से भी अवगत करायेंगे कि भाजपा सरकार किसानों को किस कदर बर्बाद करने पर तुली हुई है.
अखिलेश यादव ने कहा कि विडम्बना है कि देश का अन्नदाता ठण्ड में ठिठुरते हुए अपनी बात कहना चाहता है परन्तु प्रधानमंत्री जी सिर्फ अपने मन की बात कर रहे हैं. भाजपा की हठधर्मी के चलते दर्जनों किसान अपनी जानें गवा बैठे हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को बदनाम कर रही है. किसानों तक यह बात पहुंचाने और सरकारी साजिशों का पर्दाफाश करने के लिए गांव-गांव में समाजवादी नेता अलाव जलाकर घेरा में चैपाल करेंगे.