देशभर के सरकारी स्कलों में बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील की हालत क्या है ये किसी से छिपा नहीं है. आएदिन देश के अलग अलग हिस्सों से बच्चों को खराब दिए जाने की खबरें आती रहती हैं. कई बार तो खराब खाने की वजह से बच्चे या तो बीमार पड़ जाते हैं या जान गवां बैठते हैं.

हर घटना के बाद सरकारी मशीनरी की ओर से रटा रटाया बयान जारी कर दिया जाता है कि घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कार्रवाई क्या होती है ये भी सबको मालूम की है. दूश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में भी मिड डे मील में दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता बहुत बेहतर नहीं है.

ताजा जानकारी के अनुसार बुधवार को चोपन विकास खंड के कोटा के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध को एक बाल्टी पानी में मिलाकर 81 बच्चों को बांटने का मामला सामने आया है. इसकी जानकारी सामने आने के बाद इसपर राजनीति भी शुरू हो गई है.

समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना की फोटों को ट्वीट करते हुए लिखा है कि दिखावटी भाजपा सरकार, मिलावटी पोषण आहार?

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