समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता देख रही है कि भाजपा सरकार किस कदर विफल साबित हो गई है. जनता की उम्मीदें साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर लगी हैं जब भाजपा की जगह सपा सरकार बनेगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के नियंत्रण में कुछ भी नहीं है. न कोरोना के संक्रमण पर रोक लग रही है, न हीं अपराध कम हो रहे हैं. विकास के काम ठप्प हैं और भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस मजाक बनकर रह गया है. सरकारी खजाने की लूट मची है और झूठे आंकड़ों पर मुख्यमंत्री योगी की प्रशंसा केन्द्र करता रहता है.
सपा मुखिया ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के चैपट हो जाने से स्थितियां दिन पर दिन बिगड़ती जा रही हैं. अस्पतालों में मरीजों के इलाज में लापरवाही की तमाम शिकायतें आ रही हैं. जनता को बहकाने के लिए सरकारी प्रचार तंत्र से जारी हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि प्रदेश प्रदूषण की गिरफ्त में है. राज्य सरकार बेपरवाह है. न स्वच्छ वायु है नहीं स्वच्छ वातावरण है. सर्वोच्च न्यायालय ने भी बेकाबू होते जा रहे हालात पर चिंता जताई है और राज्य सरकारों से भी तत्काल जरूरी कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया है.
अखिलेश यादव ने कहा कि आशंका है कि नवम्बर से बदतर हालात दिसम्बर में होंगे. इस संकट के समाधान की दिशा में भाजपा सरकार सक्रिय नहीं दिखाई देती है. वह ठोस कदम उठाने के बजाय जनता को भटकाने के काम में ज्यादा दिलचस्पी लेती है.