समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कोरोना के बढ़े संक्रमण और प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की हालत को लेकर एक बार फिर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार सत्ता की भूख में प्रदेश की जनता के साथ छल करने से भी नहीं हिचक रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण से लाकडाउन की आशंका है. विगत वर्ष की भांति एक बार फिर मुम्बई तथा दूसरे प्रांतों से श्रमिकों का पलायन शुरू हो गया है. गतवर्ष की त्रासदी झेल चुके विस्थापितों के सामने फिर अनिश्चित भविष्य के स्याह दिन नज़र आने लगे है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार और इसके मुख्यमंत्री सिर्फ झूठे आश्वासनों की होर्डिंग लगा रहे हैं और जनता को भरमाने के लिए अखबारी विज्ञापनों में जनता की गाढ़ी कमाई लुटा रहे हैं.
सपा मुखिया ने कहा कि चार साल में चार लाख नौकरियां दिए जाने का एलान हो रहा है. कहां-किसको कौन नौकरी मिली इसका ब्यौरा नहीं दिया जा रहा है? निवेश के हो-हल्ले के बावजूद एक भी उद्योग नहीं लगा.
अखिलेश ने कहा कि सरकार तो कान में रूई डालकर बैठी हुई है. उसे गरीबों की चीखें नहीं सुनाई पड़ती है. चारों तरफ हाहाकार मचा है. मुख्यमंत्री जी वर्चुअल जुमलेबाजी में व्यस्त हैं. पिछले छह सालों में मंहगाई अपने शीर्ष पर पहुंच गई है. लोगों के सामने दिक्कते ही दिक्कते हैं.