समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र मिटाओ मिशन पर लगी हुई है. इस सरकार ने असहमति और विरोध के हर सुर को कुचलने की ठान ली है. जनता इन्हें आने वाले चुनाव में सबक जरूर सिखाएगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने धोखाधड़ी से अपने साढ़े तीन साल काट लिए हैं. इस दौरान नौजवानों की जिंदगी को अंधेरे में धकेलने का हर संभव प्रयास किया गया है, उन्हें रोजगार का झांसा दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जेईई और नीट की परीक्षाएं कराकर छात्रों को संक्रमण का शिकार बनने के लिए छोड़ दिया गया है.
किसानों की समस्याओं को उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की शुरू से ही नौजवानों के अलावा किसानों से बेरूखी रही है. किसानों से लागत से डेढ़ गुना ज्यादा फसल की कीमत दिलाने, आय दुगनी करने का वादा किया गया था जिसे भाजपा भूल गई.
अखिलेश यादव ने कहा कि अब किसानों को कर्ज और आर्थिक मदद देने वाली संस्था भूमि विकास बैंक के चुनाव में भाजपा सरकार भाजपा के एजेंट की भूमिका में काम करती दिखाई दे रही है.
कई जनपदों में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन नहीं करने दिया गया, या उनके नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए और अब चुनाव में प्रशासन पक्षपाती रवैये पर उतर आया है. निष्पक्ष चुनाव लोकतंत्र को सुनिश्चित करता है लेकिन सत्ताधारी भाजपा हर स्तर पर चुनाव को प्रभावित करने पर उतारू है.