समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा के कुशासन से समाज का हर वर्ग बुरी तरह से त्रस्त है. किसान अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं. भाजपा भ्रमजाल फैला रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि कृषि विरोधी कानूनों के जरिए किसान को अपनी खेती से बेदखल करने और पूंजी घरानों की मर्जी पर उसकी जिंदगी बंधक बनाने की साजिशों का देशव्यापी विरोध हो रहा है. किसान के साथ जनसामान्य भी तमाम परेशानियों से गुजर रहा है.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों से लम्बी वार्ता षडयंत्र के तहत कर रही है. लेकिन इससे वह आंदोलन को कमजोर नहीं कर पाएगी क्योंकि देश किसानों के साथ है.
सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार में पेट्रोल-डीजल के साथ रसोई गैस के दाम भी बड़ी तेल कम्पनियों की मनमर्जी से जब तब बढ़ा दिए जाते हैं. अभी रसोई गैस के दामों में 50 रूपए की वृद्धि हो गई है. यह गरीब जनता पर एक और आर्थिक अत्याचार है.
उन्होंने कहा कि अपनी तिजोरी भरने में लगी सरकार को गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वालों की चिंता नहीं. जब भाजपा सरकार मंहगाई कम नहीं कर सकती तो कम से कम बढ़ाए तो नहीं.
अखिलेश यादव ने कहा कि जनता को अच्छे दिनों का सपना दिखाया गया, लोग अब उसकी व्यर्थता से परिचित होकर जागरूक हो गए हैं. मुख्यमंत्री जी के ठोको, राम नाम सत्य है जैसे जुमलों का जब कोई असर नहीं दिखाई दिया तो वह फिल्मी दुनिया की रंगीनी दिखाने में लग गए हैं.