
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और साइकिल का नाता बहुत पुराना है. साइकिल उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह भी है. साल 2012 में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के पीछे भी साइकिल का बड़ा योगदान रह चुका है.
साल 2012 में जब समाजवादी पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव लड़ रही थी तो अखिलेश यादव ने साइकिल यात्रा निकाली थी. इस यात्रा ने अखिलेश के व्यक्तित्व को निखारा और मुलायम सिंह ने उन्हें अचानक मुख्यमंत्री बनाने का एलान कर दिया.
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ये साबित कर दिया की वो बेहतर तरीके से सूबे की बागडोर संभाल सकते हैं. अब जब प्रदेश की 11 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं तो प्रदेश की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है. इन चुनावों को साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है.
अखिलेश ने पिछली हार से सबक लेते हुए अब एक बार फिर साइकिल पर सवार होने का मन बना लिया है. गुरूवार को झांसी की जमीन से अखिलेश यादव ने ये एलान कर दिया कि विधानसभा उपचुनाव के बाद गरीबों को न्याय दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में साइकिल यात्रा निकालेगी. उन्होंने कहा कि वो खुद इस यात्रा की कमान संभालेंगे.