गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी के एनडीए से अलग होने की वजह बताई है. उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि एनडीए में लोजपा को बनाये रखने के लिए सीट ऑफर की थी. चिराग पासवान के साथ कई बार बातचीत हुई, लेकिन वे नहीं माने. यह एक समझौता था जो नहीं हो सका. इसका हमें दुख है.
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह ने कहा कि अब एनडीए में जेडीयू, भाजपा, वीआईपी और हम का मजबूत गठबंधन है. मजबूत सामाजिक समीकरण के साथ हम चुनावी मैदान में हैं और दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे.
एक टीवी चैनल से बातचीत में अमित शाह ने कहा कि चुनाव के बाद लोजपा को गठबंधन में शामिल किया जाएगा या नहीं यह चुनाव के बाद देखा जाएगा. फिलहाल वे हमारे खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. भाजपा के कार्यकर्ता एनडीए को जिताने का काम करेंगे. दमखम के साथ चुनावी मैदान में हम डटे हैं.
भाजपा के अकेले चुनावी मैदान में उतरने के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार हमारे पुराने साथी हैं. गठबंधन एक धर्म होता है जिसे हम निभा रहे हैं. केवल विस्तार के लिए अकेले चुनाव लड़ना ठीक नहीं है. ऊपर मोदीजी और नीचे नीतीश जी, डबल इंजन वाली सरकार बिहार को विकसित राज्य बनाएगी.
आरजेडी शासन को निशाने पर लेते हुए शाह बोले कि लालू-राबड़ी राज के 15 साल में बिहार का विकास ही थप नहीं था, बल्कि फिरौती उद्योग बढ़ गयी थी. गाय का चारा तक खा लिया गया. बेपनाह भ्रष्टाचार, लॉ एंड ऑर्डर, सब खराब थे. अब बहुत अंतर आया. बिहार आज आगे बढ़कर देख रहा है और आगे बढ़ने के लिए तैयार है. यह परिवर्तन 15 साल में आया है.