उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भले ही साल 2022 में होना हो मगर यहां की सियासत में अभी से हलचल तेज होने लगी है. यूपी देश का सबसे बड़ा सूबा है और ये कहा जाता है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर ही गुजरता है. यूपी में लंबे समय तक सपा और बसपा का शासन रहा है मगर अब यहां बीजेपी का राज है.
आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आज के एलान के बाद यूपी का सियासी गणित बदल सकता है. केजरीवाल ने आज दिल्ली से बड़ा एलान करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी साल 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में भाग लेगी.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार आई लेकिन अपने घर भरने के सिवा किसी ने यूपी के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए यूपी को लोगों को दिल्ली क्यों आना पड़ता है.
केजरीवाल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश को प्रगति की राह पर चलने से गंदी राजनीति और भ्रष्ट नेता रोक रहे हैं. आज यूपी की राजनीति में सही और साफ नीयत की कमी है और वो नीयत केवल आम आदमी पार्टी के पास है.
केजरीवाल के इस एलान से यूपी का सियासी गणित बिगड़ सकता है. आम आदमी पार्टी की ओर से अभी तक ये साफ नहीं किया गया है कि वो यूपी में अकेले चुनाव लड़ेंगे या किसी दल से गठबंधन कर चुनाव में उतरेंगे.