कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध बीते दो महीने से अधिक समय से लगातार जारी है. किसान इतनी भीषण ठंड के बावजूद खुले में सड़कों पर बैठे हुए हैं और सरकार से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. सरकार इन कानूनों को कुछ समय के लिए स्थगित करने के लिए तो तैयार है मगर रद्द करने को राजी नहीं है.
शुक्रवार की शाम यूपी के गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत का भावुक होकर रोने का एक वीडियो वायरल हो गया. इस वायरल वीडियो ने किसान आंदोलन की दिशा ही बदलकर रख दी. जिस आंदोलन को खत्म बताया जा रहा था उसमें बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचना शुरू कर दिया.
सभी विपक्षी दलों ने खुलकर राकेश टिकैत का समर्थन किया और उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुई किसान महापंचायत के बाद अब पूरे इलाके का माहौल बदल सा गया है.
गुर्जर समाज ने भी राकेश टिकैत के समर्थन का एलान कर दिया. आज समाजवादी पार्टी के नेता अतुल प्रधान अपने हजारों समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए. उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज किसानों और राकेश टिकैत के साथ है. इस दौरान जाट-गुर्जर एकता जिंदाबाद के नारे भी लगे.