
लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन की करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग कर दिया था. इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार के संगठन में जमीन पर काम करने वाले लोगों का मौका दिया जाएगा, इसके साथ ही सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की सलाह से लोगों को संगठन में जगह दी जाएगी.
महीनों संगठन को लेकर चल रही कश्मकश गुरुवार को समाप्त होती हुई दिखाई दी, जब सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 12 जिलों की सूची जारी की. जिसमें मैनपुरी, इटावा, औरैय्या, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बस्ती, गाजियाबाद, मथुरा, लखनऊ, जालौन, बुलंदशहर, उन्नाव जैसे जिले में शामिल हैं.
मैनपुरी से दीप सिंह पाल, इटावा से गौपाल यादव, औरैय्या से राजवीर सिंह, मुजफ्फरनगर से प्रमोद त्यागी, सहारनपुर से रुद्रसेन चौधरी, बस्ती से महेंद्र यादव, गाजियाबाद से राशिद मलिक, मथुरा से लोकमणि जादौन, लखनऊ से जयसिंह जयंत, जालौन से नवाब सिंह, बुलंदशहर अमजद गुड्डू, और उन्नाव से धर्मेंद सिंह यादव को जिलाध्यक्ष के पद पर नामित किया है.
गौरतलब है कि पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि उपचुनाव के बाद संगठन की सूची जारी कर दी जाएगी, लेकिन किन्हीं कारणों से सूची को जारी नहीं किया जा सका. अखिलेश यादव ने संगठन के पुनर्गठन के साथ ही विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में जुट जाने के लिए कह दिया है.