बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार हम, बीजेपी, वीआईपी, जेडीयू एनडीए की साझीदार पार्टी है. एनडीए गठबंधन के नेता एक साथ चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं. लेकिन आज जो बीजेपी के साथ घटना घटी वो किसी आश्चर्य से कम नहीं था. ऐसा ही एक द्रश्य पूर्णिया में एनडीए की साझा चुनावी सभा में दिखाई दिया.
जब बीजेपी के सीनियर नेता सुशील मोदी हम पार्टी का चुनाव चिन्ह ही भूल गए. हुआ ये कि जिस पार्टी के उम्मीदवार के लिए सुशील मोदी वोट मांगने पहुंचे थे, उनका चुनाव चिन्ह ही उन्हें याद नहीं रहा. इस दौरान वे मंच पर ही सहयोगी दल के नेता से चुनाव चिन्ह की जानकारी मांगते हुए नजर आए. इसके बाद उनका भाषण जारी रहा.
इस पूरी घटना पर कांग्रेस ने चुटकी ली है, कांग्रेस प्रवक्ता वीके ठाकुर ने व्यग्य कसते हुए कहा कि ये लगता है कि एनडीए के घटक दल एक दूसरे को गंभीरता से नहीं लेते हैं. पूर्णिया के जिला स्कूल मैदान में सुशील मोदी चुनावी सभा करने आए थे.
भाषण के बाद जब उन्होंने कसबा विधानसभा से हम पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र यादव को मंच पर खडा करके उन्हें जिताने की अपील शुरु कर दी, इस दौरान सुशील मोदी को चुनाव चिन्ह याद नहीं रहा. उन्होंने इस दौरान नेता से ही चुनाव चिन्ह पूछ लिया. इसके बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कड़ाही छाप पर वोट देकर उन्हें विजयी बनाए.