26 जनवरी 2021 गणतंत्र दिवस के दिन देश की राजधानी दिल्ली की सड़कों पर जो नजारे देखे गए उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. हालांकि खुफिया एजेंसियों ने पहले ही ये आगाह कर दिया था कि किसान आंदोलन में कुछ असमाजिक तत्व शामिल हो गए हैं और वो गड़बड़ी फैला सकते हैं.
कल दिल्ली में हुए उपद्रव में किसकी गलती थी ये कहना जल्दबाजी होगी, ये निष्पक्ष जांच का विषय है. हां मगर इतना जरूर कहा जा सकता है कि कल की ट्रैक्टर रैली को लेकर किसान नेताओं और दिल्ली पुलिस दोनों की तैयारी कमजोर साबित हुई.
देश के लिए सबसे ज्यादा परेशान करने वाली तस्वीर देश के गौरव लाल किले से आई जहां उपद्रवकारियों ने झंडे फहरा दिए. अब इसे लेकर भी अलग तरह की सियासत शुरू हो गई है. किसान नेताओं ने इस घटना से खुद को अलग करते हुए इसे साजिश करार दिया.
लाल किले पर झंडा फहराने वाले शख्स की पहचान होने के बाद पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित कई बीजेपी नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी.
मामला बढ़ने के बाद दीप सिंह सिद्धू ने एक वीडियो जारी कर ये कबूल किया कि लाल किले पर झंडा उसने ही फहराया था और कहा कि ये सिर्फ प्रतीकात्मक आंदोलन के लिए था, इससे ज्यादा कुछ नहीं.
आज एक ओर दिल्ली पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की शुरूआत कर रही तो दूसरी ओर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने तिरंगा यात्रा निकलने का एलान कर दिया है.
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि तिरंगे का अपमान अब स्वीकार नहीं, पुलिस वालों पर हमला अब बर्दाश्त नहीं. तिरंगा हमारा सम्मान, पुलिस हमारा अभिमान. इसके बाद उन्होंने लिखा कि तिरंगा मार्च 30 जनवरी शाम 5 बजे सेंट्रल पार्क कनॉट प्लेस दिल्ली. आप सभी जरूर आइये हाथों में तिरंगा लेकर.