पूर्वांचल के जिलों में चार दिन तक कोरोना महामारी के हालात का जायजा लेने बाद लखनऊ लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार देर शाम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की. इस मुलाकात के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा तेज हो गयी. माना जा रहा है कि कुछ लोगों को सरकार से संगठन में लाया जाएगा और कुछ लोग संगठन से मंत्रिमंडल में लाए जा सकते हैं.
हालांकि प्रदेश सरकार के प्रवक्ता इसे एक शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं. दरअसल, फिलहाल 53 मंत्री हैं. जबकि मंत्रिमंडल में 60 मंत्री हो सकते हैं. यानि सात मंत्री अभी और शामिल किये जा सकते हैं. हाल ही में कोरोना से तीन मंत्रियों चेतन चौहान, कमला रानी वरुण और विजय कश्यप का निधन हो चुका है.
हाल ही में गुजरात काडर के आईएएस से विधान परिषद सदस्य बने एके शर्मा को मंत्रिमंडल में बड़ा पद दिया जा सकता है, इसको लेकर सुगबुगाहट तेज हुई है.
जिस प्रकार पिछली बार कुछ मंत्रियों को सरकार से संगठन में लाया गया था, उसी तर्ज पर इस बार भी एक वरिष्ठ मंत्री को संगठन की कमान सौंपे जाने की सम्भावना जताई जा रही है. कुछ मंत्रियों जिनकी कार्यशैली पर सवाल उठ रहे थे, मुख्यमंत्री उन्हें हटाना चाहते हैं. जबकि कुछ नए चेहरों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. ऐसा कर मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय व जातीय संतुलन साधने की कोशिश हो सकती है.