बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद इस बार अलग तरह की सियासत देखने को मिल रही है. लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया चिराग पासवान के बदले रूख ने सभी को हैरान और परेशान कर दिया है. चिराग पासवान बीजेपी से अपनी दोस्ती बरकरार रखते हुए नितीश कुमार को निशाने पर लिए हुए हैं.
पहले चरण के चुनाव के चिराग पासवान ने 41 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. उन्होंने बीजेपी के खिलाफ एक भी प्रत्याशी नहीं उतारा है जबकि जदयू के खिलाफ 35, हम के खिलाफ 6 और वीआईपी के खिलाफ एक प्रत्याशी उतारा है. चिराग ने कहा है कि जदयू को वोट देने के मतलब है कि बिहार की बर्बादी.
उन्होंने कहा कि हम बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे और बिहार को विकास की नई दिशा की ओर ले जाएंगे. चिराग पासवान का बीजेपी से मित्रता और नितीश कुमार को निशाने पर लेना जदयू नेताओं के गले नहीं उतर रहा है.
एनडीए सीट बंटवारे के एलान के समय भी चिराग पासवान को लेकर भाजपा नेता सुशील मोदी से सवाल किए गए मगर उन्होंने गोलमोल जवाब देकर कन्नी काट ली. उन्होंने बस इतना कहा था कि जो नितीश कुमार को नेता नहीं मानेगा वो एनडीए गठबंधन में नहीं रहेगा.
सुशील मोदी ने ये भी कहा था कि एनडीए गठबंधन के चार दलों को ही पीएम की तस्वीर का इस्तेमाल करने की इजाजत होगी, अगर इसके अलावा कोई और दल पीएम की तस्वीर का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में करता है तो वो चुनाव आयोग जाएंगे.
बहरहाल बिहार चुनाव का नतीजा आने में तो अभी समय है मगर ये नई तरह की राजनीति बिहार को किस दिशा में ले जाएगी ये देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा.