बिहार में दिवंगत नेता रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा लिखी गई चिट्ठी को लेकर अब राजनीति गर्म होती हुई जा रही है इस चिट्ठी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस क्रम में राजद का अब कांग्रेस ने भी साथ दिया है.
कांग्रेस पार्टी के सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि रघुवंश बाबू से जबरन चिट्ठी लिखवाई गई थी. राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रताप सिंह ने दावा किया कि हम लोग रघुवं बाबू को लंबे वक्त से जानते थे वो जहां थे काफी मजबूती से थे और इस वक्त भी वो मोदी सरकार और नीतीश कुमार सरकार का लगातार विरोध कर रहे थे.
राज्यसभा सांसद अखिलेश ने बताया कि वे एक सप्ताह पहले ही उनसे मिले थे उस वक्त भी ऐसी कोई बात नहीं थी, बल्कि वे लालू की तरफदारी कर रहे थे. कांग्रेस सांसद ने दावा किया है कि ये चिट्ठी जबर्दस्ती लिखवाई गई है, कहा कि रघुवंश बाबू अपनी लड़़ाई पार्टी में रहकर लड़ते थे ऐसे में इस प्रकरण की घोर निंदा होनी चाहिए.
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि बीजेपी-जेडीयू के कुछ नेताओं की तरफ से रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ राजद के रवैय्ये पर सवाल उठाए थे, इस पर मनोज झा ने कहा कि हमारे रघुवंश बाबू का अभी तक दाह संस्कार भी नहीं हुआ, ऐसे में ये लोग कौन हैं? इंसान ही हैं या इंसान के भेष में कुछ और. झा ने कहा कि इस तरह की बातें करने वाले लोग लालू प्रसाद जी का खत पढ़ लें. इस रिश्ते की बुनियाद खून-पसीने से है.