इलाहबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद गोरखपुर के डॉक्टर कफील खान को जेल से रिहाई मिल गयी. उन्हें एनएसए के तहत जेल में डाला गया था. जेल से बाहर आकर उन्होंने अपनी आपबीती बताई. उन्होंने कहा कि सिस्टम को उजागर करने पर योगी सरकार ने मुझे फंसा दिया.
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर कफील अभी भी सस्पेंड हैं. उन्होंने बताया कि मैं साधारण जिंदगी जी रहा था, लेकिन 60-70 बच्चे ऑक्सीजन की कमी की वजह से मर गए तो मैंने सिस्टम के काले सच को सामने रखा.
उन्होंने कहा कि क्योंकि लखनऊ में बैठे हुए लोगों को उनका कमीशन नहीं मिला था, योगी आदित्यनाथ को मुझसे यही दिक्कत है. नागरिकता संशोधन कानून पर उन्होंने कहा कि सीएए से दिक्कत नहीं है, क्योंकि इससे नागरिकता नहीं जाती. लेकिन इसके बाद जो क्रोनोलॉजी समझाई गयी उससे दिक्कत है.
कफील खान ने बताया कि मैं अपने बेटे से मिला हूं अब वो मुझे पहचानता भी नहीं है. सरकार द्वारा दिया गया ये सबसे बड़ा दर्द है. इस बीच उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि जब वे जेल में थे तब प्रियंका गांधी ने उनकी माँ से बात की थी और समर्थन जताया था.
वहीं कोरोना वायरस को लेकर कफील खान ने कहा कि साल के अंत तक एक करोड़ लोग इस संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. मैं योगी सरकार से अपील करता हूं कि मुझे वापस काम करने दें, ताकि मैं मदद कर सकूँ.