केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल के खिलाफ किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली पहुंचे हैं, जहां वह प्रदर्शन कर रहे हैं. कृषि बिल के विरोध पर अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया आयी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से बात करने की कोशिश कर रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर किसान तैयार होते हैं तो बातचीत होनी चाहिए ताकि किसी भी तरह की ग़लतफ़हमी है तो दूर हो जाए. आंदोलनकारियों को भी चाहिए कि सरकार से बात करे. किसान बिल से किसानों को फायदा होगा.
नीतीश ने कहा कि आप तो जान रहे हैं, हमलोग ने तो बिहार में 2006 में ही इसे समाप्त कर दिया था. उसी समय से हमलोग बिहार में पैक्स के माध्यम से प्रोक्योरमेंट कर रहे हैं. जरूरत ये है कि लोगों के बीच बातचीत हो जाए.
जब बातचीत हो जाएगी, तो सही मायने में किसानों को यह जानकारी मिल जाएगी कि उनके फसल के प्रोक्योरमेंट में कोई बाधा नहीं आने वाली है. प्रोक्योरमेंट होगा और जो केंद्र के द्वारा निर्धारित किया जाता है, वो उनको मिलेगा.
गौरतलब है कि पंजाब के किसानों को दिल्ली कूच पर दिल्ली पहुंचने से रोकने का प्रयास किया गया था. हालांकि किसान पीछे नहीं हटे और वह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.