नए कृषि कानून के खिलाफ किसान दिल्ली सीमा पर पिछले एक महीने से भी ज्यादा वक्त से डटे हुए हैं. इस बीच हुई किसानों-सरकार के बीच बातचीत सफल नहीं रही. अब अगली वार्ता की तारीख 15 जनवरी तय की गयी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसको लेकर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों को तारीख पे तारीख देना सरकार की रणनीति का हिस्सा है.
किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. जबकि सरकार कानून वापस लेने से इनकार कर रही है. संसोधन के सुझाव के लिए सरकार है.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि तारीख पे तारीख देना उसकी रणनीति है. नीयत साफ़ नहीं है जिनकी, तारीख पे तारीख देना स्ट्रेटेजी है उनकी.
शुक्रवार को किसान नेताओं से सरकार से दो टूक कहा कि उनकी घर वापसी तभी होगी जब वह इन कानूनों को वापस लेगी. शुक्रवार को हुई सरकार किसानों की बैठक के बाद भारत किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि मैं बिल्कुल व्यावहारिक बात कर रहा हूं. सरकार कानून को वापस नहीं लेगी तो किसान घर जाने वाला नहीं है. आगे कहा कि मोदी सरकार की लगन नहीं रोकी तो आगे ये बहुत से कानून लाने वाले हैं. हमारी यह रणनीति है कि दिल्ली में ही रहेंगे कहीं जाने वाले नहीं है.