समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि प्रयागराज में बीजेपी सरकार ने निषाद समाज की नावें तोड़कर उनके पेट पर लात मारी है. भाजपा सरकार तत्काल निषाद समाज से माफी मांगे और रोजगार के लिए नई नावों को उपलब्ध कराए.

दरअसल ये पूरा मामला प्रयागराज में यमुनापार इलाके का है.जहां गुरुवार को अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस और बालू खनन मजदूरों में झड़प हुई. इस दौरान कई नावें क्षतिग्रस्त कर दी गई. वहीं इस मामले में गुस्साए खनन मजदूरों ने मौके पर पहुंचे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर संजय निषाद और उनके साथ गए नेताओं को भी दौड़ा लिया.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि यूपी सरकार ने आज डायल 100 जैसी सुविधाओं को निष्क्रिय कर दिया है. और ठोको नीति के तहत अब तो गरीबों को निशाना बनाया जा रहा है. अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में कोई भी सुखी नहीं है किसान अपनी खेती बचाने के लिए जीवन मरण की लड़ाई लड़ रहे हैं, बहरी सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है क्रूरता की हद ये है कि किसानों की बात सुनने के बजाय उनके रास्ते में लोहे के जाल, कील-कांटे और लोहे की दीवारें खड़ी की जा रही है.

सरकार और किसान के बीच में ये विभाजन रेखा खींचना देश और लोकतंत्र दोनों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. कहा कि भाजपा जो नए कृषि कानून लाई है उससे पूरे देश का किसान ने केवल चिंतित है अपितु आक्रोशित भी है भाजपा दमन के जरिए किसानों की आवाज को दबाना-कुचलना चाहती है. पर वो लोग इस बात को ना भूलें कि इतिहास बताता है कि झूठ और अन्याय की जड़े नहीं होती है जनाक्रोश के आगे सत्ता की एक नहीं चलती है.

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