बीते कुछ दिनों से आप पाकिस्तान के करतारपुर का नाम बहुत सुन रहे होंगे. भारत की सीमा से बेहद नजदीक पाकिस्तान के करतारपुर में शनिवार को इतिहास लिखा गया. पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर को भारतीयों के लिए खोल दिया. कल इसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने किया.
करतारपुर कॉरिडोर का सबसे बड़ा फायदा भारत में रहने वाले सिख समुदाय को मिला है. अब वो आसानी से अपने सबसे पवित्र धर्मस्थल का दर्शन कर सकेंगे. करतारपुर गुरूद्वारे का बहुत ही ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है. यहीं पर सिखों के पहले गुरू गुरूनानक देव जी का निवास स्थान रहा है.
गुरूनानक देव का जन्म 15 अप्रैल 1469 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के तलवंडी नामक स्थान पर हुआ था. बाद में तलवंडी का नाम ननकाना साहब पड़ गया. गुरूनानक देव जी ने ही करतापुर साहिब गुरूद्वारे की नीव रखी थी. ये उनका निवास स्थान भी था.
उनकी मृ’त्यु के बाद उनकी याद में इस गुरूद्वारे का निर्माण करा दिया गया. कल इसे भारतीय सिखों के लिए भी खोल दिया गया. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर बनाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का दिल से शुक्रिया अदा किया.