कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध लगातार जारी है. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार ये कानून वापस नहीं लेती है और एमएसपी पर कानून नहीं बनाती है तब तक हम वापस नहीं जाएंगे. सरकार किसी भी हाल में ये कानून वापस लेने का राजी नहीं है. उनका कहना है कि ये कानून किसानों के हित के लिए हैं.
किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत के बाद भी अभी तक इस मसले का कोई हल नहीं निकल पाया है. गृहमंत्री अमित षाह ने कहा है कि सोमवार या मंगलवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से मुलाकात कर धरना समाप्त करने के लिए बातचीत करेंगे. इतनी भीषण ठंड में भी किसान लगातार डटे हुए हैं. अब वो अपने आंदोलन को और तेर करने की तैयारी में जुट गए हैं.
किसान नेता जगजीत सिंह ढल्लेवाला ने सभी किसान समर्थकों से 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के दौरान थाली बजाने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि जब तक प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन होगा तब तक हम थाली बजाते रहेंगे.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि जब तक बिल वापिस नहीं होगा, MSP पर क़ानून नहीं बनेगा तब तक किसान यहां से नहीं जाएंगे. 23 तारीख को किसान दिवस के मौके पर किसान आप से कह रहे हैं कि एक समय का भोजन ग्रहण न करें और किसान आंदोलन को याद करें.