चारा घोटाला केस में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती दिखाई दे रही हैं. कथित तौर पर लालू यादव द्वारा जेल से फोन करके बीजेपी विधायक ललन पासवान को प्रलोभन देने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.
बिहार के भागलपुर की पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक ललन पासवान का आरोप है कि 24 नवंबर को 6 बजकर 19 मिनट पर मेरे मोबाइल फोन पर एक फोन आया. फोन उठाने पर दूसरी तरफ से बताया गया कि मैं लालू प्रसाद यादव बोल रहा हूं.
उन्होंने कहा कि मैं समझा कि शायद चुना जीतने की बधाई के लिए फोन आया है तो मैंने भी चरण स्पर्श कह दिया. उनके बाद उन्होंने कहा कि मैं तुमको आगे बढ़ाऊंगा, तुमको मंत्री बना दूंगा. इसके लिए तुम बिहार विधानसभा स्पीकर के लिए होने वाले चुनाव में अनुपस्थित हो जाओ. हम लोग जल्द ही एनडीए की सरकार को गिरा देंगे.
जब ललन पासवान ने कहा कि मैं पार्टी का सदस्य हूं तो उधर से कहा गया कि कोरोना होने का बहाना करके अनुपस्थित हो जाओ. अब इस मामले को लेकर पटना के विजिलेंस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई है.
बता दें कि कल लालू यादव की जमानत अर्जी पर सुनवाई भी होनी है. अगर सीबीआई ने विरोध नहीं किया तो उन्हें जमानत मिल सकती है और वो जेल से बाहर आ सकते हैं.