भारतीय क्रिकेट टीम में पिछले कुछ समय से ईशान किशन अपनी बल्लेबाजी से कोहराम मचा रहे हैं. दरअसल इस खिलाड़ी ने टीम में मिले हर मौके को भुलाने का काम किया है. हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ दोहरा शतक जमाया था. उनके द्वारा खेली गई इस पारी ने दर्शकों का दिल जीता था.

बल्लेबाजी में शानदार प्रर्दशन के साथ ही ईशान किशन अपनी निजी जिंदगी को लेकर सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बने रहते हैं. हालांकि उन्होंने इस मुकाम में पहुंचने के लिए जिंदगी में काफी लंबा संघर्ष किया है.

बता दें कि पटना में रहने वाले ईशान किशन ने लंबे संघर्ष के बदौलत इस मुकाम को हासिल किया है इस श्रेय वो अपने माता-पिता को देते हैं. महेंद्र सिंह धोनी के बाद से ही भारतीय क्रिकेट टीम को जैसे विकेटकीपर बल्लेबाज की तलाश थी उस तलाश को पूरा किया है.

इस खिलाड़ी ने मैदान के हर कोने में शानदार तरीके से रन बनाए है. बता दें कि इस मुकाम पर पहुंचने के लिए इस खिलाड़ी को अपनी जन्मभूमि को भी छोड़ना पड़ा.

दरअसल बिहार में उन्हें उस तरह की सुविधाएं नहीं मिली थी जिससे उनके क्रिकेट करियर में बढोत्तरी हो सके और इसी वजह से रांची के क्रिकेट एकेडमी में जाकर अपना एडमिशन लिया था इस दौरान उनके पिता ने साथ दिया था.

ईशान किशन ने कम समय में ही अच्छी खासी सफलता अर्जित कर ली है और ऐसे में उनका खुद मानना है कि उन्होंने इस मुकाम पर पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है. इसके साथ ही ईशान किशन ने अपने माता-पिता का भी खूब धन्यवाद किया है जो हर मौके पर उनके समर्थन के लिए खड़े रहे हैं.

ईशान ने बताया कि जब वो पटना छोड़कर रांची आ गए थे तब उन्हें अपने घर की बहुत याद सताती थी लेकिन उनके माता-पिता ने हमेशा ही उनके हौंसले को बढ़ाने का काम किया है और इसी वजह से आज वो भारतीय क्रिकेट टीम तक का सफर तय कर चुके है.

किशन 2020 में आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी भी रह चुके हैं क्योंकि मुंबई इंडियंस ने उन्हें साढे पंद्रह करोड़ की धनराशि खर्च करके अपने पास रिटेन किया था जो दर्शाता है कि ईशान किस श्रेणी के बल्लेबाज है.

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