राष्ट्रीय जनता के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव इस समय रांची की जेल में है. उनकी जमानत अर्जी पर हाल ही में सुनवाई के लिए 42 दिनों की रोक लगा दी गई है. जबकि लालू प्रसाद यादव का इलाज कर डाक्टरों के अनुसार उनकी किडनी महज 25 प्रतिशत ही काम कर रही है ऐसे में किडनी ने 75 प्रतिशत काम करना बंद कर दिया है. जिससे उनकी सेहत दिन प्रतिदिन बिगड़ती चली जा रही है.
इस खबर के आने के बाद उन्हें मानवता के आधार पर रिहा करने की मांग उठ रही है. इसी के तहत एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने न्यायोचित प्रक्रिया के तहत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बिग़़ती सेहत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से संज्ञान लेने की मांग की है.
लोजपा ने माववता के आधार पर लालू यादव की बेहतर चिकित्सा व्यवस्था मुहैया कराने और कोर्ट से जमानत दिलाने हेतु न्यायिक प्रक्रिया के अंदर निर्देश देने की मांग आयोग से की है. एलजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्ले ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा है कि लालू यादव के हेल्थ कंडीशन को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को खुद से संज्ञान लेना चाहिए.
लोजपा प्रवक्ता ने इस दौरान कहा कि दलगत भावना से ऊपर उठकर मानवीयता के आधार पर लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य को लेकर सरकार को भी उचित कदम उठाने चाहिए. गौरतलब है कि रांची स्थित रिम्स अस्पताल के पेइंग वार्ड में राजद प्रमुख लालू प्रसा यादव का इलाज चल रहा है उनका शुगर लेवल भी काफी बढ़ गया है.