मध्यप्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का एलान भले ही अभी न हुआ हो मगर वहां का सियासी पारा दिनों दिन चढ़ता ही जा रहा है. मध्यप्रदेश में होने वाला उपचुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए नाक का सवाल बनता जा रहा है. ऐसे समीकरण बन रहे हैं कि जो भी दल उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगा सत्ता में भी वहीं रहेगा.
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में जाने वाले दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को टक्कर देने के लिए कांग्रेस राजस्थान के दिग्गज नेता सचिन पायलट का सहारा लेने जा रही है. कांग्रेस सूत्रों की ओर से दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेता कमलनाथ ने ग्वालियर व चंबल में चुनाव प्रचार के लिए सचिन पायलट से बात कर ली है.
इसे समय की बात कहें या कुछ और, कभी एक पार्टी में रहने वाले दोनों नेता जिगरी दोस्त हुआ करते थे मगर अब सिंधिया के पाला बदलने के बाद पहली बार दोनों एक दूसरे के आमने सामने आने को तैयार हैं.
ग्वालियर और चंबल में सिंधिया की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है, उनके प्रभाव को कम करने के लिए कांग्रेस ने पायलट को मैदान में उतारने का मन बनाया है. पायलट भी युवा चेहरे हैं और गुर्जर समुदाय से आते हैं.