मध्य प्रदेश में हुए 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए. मतों की गिनती जारी है. 28 विधानसभा सीटों में से 20 सीटों के रुझान सामने आए हैं. जिसमें भाजपा के 12 प्रत्याशी आगे चल रहे हैं. आठ सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार आगे हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायक कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर भाजपा में शामिल हुए थे. इनमें 20 सिंधिया गुट के और एक दिग्विजय सिंह समर्थक बिसाहुलाल और दूसरे हरदीप सिंह अरुण यादव समर्थन थे.
सिंधिया समर्थक प्रत्याशी जो आगे चल रहे
- महेंद्र सिंह सिसौदिया, बम्हौरी
- जजपाल सिंह जज्जी, अशोकनगर
- बिजेंद्र सिंह यादव, मुंगावली
- मनोज चौधरी, हाटपिपल्या
- सुरेश धाकड़, पोहरी
- राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, बदनावर
- तुलसी सिलावट, सांवेर
- डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांची
- इमरती देवी, डबरा
- प्रद्युम्न सिंह तोमर, ग्वालियर
- मुन्नालाल गोयल, ग्वालियर पूर्व
- गोविंद सिंह राजपूत, सुरखी
- रणवीर जाटव, गोहद
वह प्रत्याशी जो पीछे चल रहे
- रक्षा सिरोनिया, भांडेर
- रघुराजसिंह कंषाना, मुरैना
- गिर्राज सिंह दंडोतिया, दिमनी
- कमलेश जाटव, अंबाह
- सूबेदार सिंह, जौरा
- जसवंत सिंह जाटव, करैरा
- ओपीएस भदौरिया, मेहगांव
ग्वालियर-चम्बल में सिंधिया का सबसे ज्यादा प्रभाव रहता है. यहां भी 16 सीटों में 7 सीटों पर सिंधिया समर्थक प्रत्याशी पीछे चल रहे हैं. बीजेपी को शिवराज सिंह चौहान सरकार को बचाने के लिए आठ सीटें जीतने की जरूरत है. ऐसे में रुझानों के मुताबिक शिवराज सिंह सरकार बच सकती है.