समाजवादी पार्टी की सरकार में मेरठ में बनकर तैयार हुआ मुलायम सिंह यादव मेडिकल कॉलेज का नाम अब भाजपा सरकार में बदल गया है. कॉलेज का नया नाम दस्तावेजों में शामिल हो गया है. अब यह मेडिकल कॉलेज नेशनल कैपिटल रीजन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस हो गया है. भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद के अधिक्रमण में शासी बोर्ड नए नाम से प्रमाण जारी किया है.
मेडिकल कॉलेज का नाम बदलने को राजनीति से जोड़ा जा रहा है. कॉलेज की संचालक डॉ. सरोजनी अग्रवाल ने जब कॉलेज की नींव रखी थी, तब वह समाजवादी सरकार में वह एमएलसी थीं.
प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद डॉ. सरोजनी अग्रवाल भाजपा में शामिल हो गयीं. भाजपा सरकार में अब वह एमएलसी हैं. कहा जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव का नाम मान्यता में अड़चन पैदा कर रहा था.
कॉलेज के सभी दस्तावेज में अब मुलायम सिंह यादव की जगह नेशनल कपिटल रीजन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस हो गया है. कॉलेज में मरीजों की ओपीडी, एमबीबीएस की पढ़ाई चल रही है. जबकि अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया है. जिसकें कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
कॉलेज 2015 में बनाकर तैयार हुआ था. इसका शुभारंभ तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. कॉलेज प्रबंधन की ओर से मेडिकल कॉलेज का नाम बदलने को लेकर आवेदन किया गया था.