देश में एक तरफ जहां राजनैतिक दल लोगों को ध’र्म, संप्रदाय, रंग, भाषा, संस्कृति और क्षेत्र के आधार पर बांटने में तुले हुए हैं वहीं दूसरी तरफ अभी भी इंसानियत जिंदा है जो लोगों को एक दूसरे से जोड़ने और प्रेम से जीवन व्यतीत करने का संदेश देती रहती है.

ध’र्म कोई भी गलत नहीं होता, गलती करते हैं उसके मानने वाले और बदनाम सब हो जाते हैं. ऐसा भी नहीं है कि हर इंसान खराब है. अभी भी दुनिया में इतनी इंसानियत जिंदा है कि उसे बयान कर पाना मुश्किल हो जाए. ऐसी ही इंसानियम और भाईचारगी की मिसाल पेश की है मुस्लिम कारसेवा मंच के मुस्लिमों ने.

मुस्लिम कारसेवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजम खान ने रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास को 60 फुट की एक चादर पेश की है. हरे रंग में रंगी इस चादर पर उर्दू और हिंदी में जय श्रीरा’म लिखा हुआ है. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है राम मंदि’र बनने के बाद सबसे पहले यही चुनरी भगवान रा’म को चढ़ाई जाएगी.

देश की एकता और सामाजिक सद्भाव को दर्शाने के लिए शायद ही इससे सुंदर तस्वीर मिल सके. बता दें कि अयोध्या विवाद काफी पुराना है. हाल में सर्वोच्य न्यायालय के फैसले के बाद राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है.

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