पूर्वी उत्तर प्रदेश के सक्रिय राजनीति दल युवा चेतना की ओर से आज नारी शक्ति और भारत विषय पर वेबिनार को आयोजन किया गया. इस मौके पर युवा चेतना संरक्षक स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि शास्त्रों में महिलाओं के सम्मान को सर्वोच्य बताया गया है. भारत का अनुसरण करके ही अन्य देशों में नारी का सम्मान सुनिश्चित हुआ है.
उन्होंने कहा कि नारी सम्मान हेतु युवा चेतना लगातार संघर्ष कर रही है. वेबिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनसुइया उइके ने दीप प्रज्जवलित करके किया. उन्होंने कहा कि नारी सम्मान के बिना राष्ट्र निर्माण संभव नहीं है. महामहिम राज्यपाल ने कहा की 1985 में पहली बार विधायक बनी थी तबसे आज तक महिलाओं के उत्थान हेतु संघर्षरत हूँ. उइके ने कहा कि महिलाओं ने लगन और मेहनत के बल पर कई मुक़ाम पाए हैं.
अतिविशिष्ट अतिथि पंजाब मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस इकबाल अहमद अंसारी ने कहा की महिलाओं के प्रति समाज के व्यवहार में व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता है. जस्टिस अंसारी ने कहा की महिला के बिना समाज अधूरा है.
नेहु केंद्रीय विश्वविद्यालय शिलोंग के कुलपति प्रो. एसके श्रीवास्तव ने कहा की आत्मनिर्भर महिलायें ही नए भारत का निर्माण कर सकती हैं. प्रो. श्रीवास्तव ने कहा की महिला नहीं होती तो हम पृथ्वी पर न होते.
राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा की महिलाओं को मौखिक नहीं आत्मीय सम्मान की आवश्यकता है. उन्होंने कहा की भारत को विकसित बनाने के लिए आधी आबादी के योगदान को सुनिश्चित कराना होगा.
नेपाल सरकार की पूर्व चुनाव आयुक्त ईला शर्मा ने कहा की नारी का पूजा मत कीजिए उसका सम्मान कीजिए. उन्होंने कहा की समाज में पुरुष सत्ता नहीं सामान्य सत्ता होना चाहिए. वेबिनार में भारत सरकार के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई कुरैशी भी उपस्थित रहे. वेबिनार को ऋषभ गुप्ता ने भी संबोधित किया.
वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अविलंब विधान सभा, विधान परिषद, लोकसभा एवं राज्यसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित करना चाहिए.