उत्तर कोरिया में हालात काफी ख़राब हो गए हैं. यह भुखमरी की ओर बढ़ रहा है. देश पर खाद्य संकट आ गया है. जिसको लेकर चेतावनी जारी की गयी है. खाने पीने की चीजों के दाम बेतहाशा बढ़ गए हैं. वेबसाइट एनके डेली के मुताबिक फरवरी में ही उत्तर कोरिया में एक किलो मक्का की कीमत 3137 वॉन पहुंच गयी थी. यानि दो सौ रूपये प्रति किलो.
वहीं देश में चाय 5100 रूपये की बिक रही है. कॉफ़ी के दाम 7300 रूपये तक पहुंच गए हैं. एक किलो केला 3,336 रूपये में बेचा जा रहा है. उत्तर कोरिया में लोग चावल के मुकाबले मक्का कम पसंद करते हैं, लेकिन चावल से सस्ती मक्का है इसलिए इसकी खपत ज्यादा है.
उत्तर कोरिया में दो महीने का खाना बचा है. तानाशाह किम जोंग उन ने चेतावनी दी है कि हालात ख़राब होते जा रहे हैं. किम जोंग ने माना है कि सरकार नागरिकों का पेट नहीं भर सकती है. खाद्य संकट की चेतावनी देते हुए किम जोंग उन ने अपने भाषण में पिछले साल आए तूफानों और ख़राब मौसम से हुई तबाही का जिक्र किया.
बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया में 1981 के बाद से अप्रैल से सितम्बर 2020 के बीच देश में सबसे अधिक बारिश हुई. कोरियाई प्रायद्वीप में कई तूफ़ान आए. इनमें से तीन अगस्त और सितम्बर के बीच ही आए थे. ये वही समय होता है जब उत्तर कोरिया में मक्का और धान की फसल पककर तैयार होती है.
चक्रवात हागूपिट अगस्त में आया था. इसकी खबर उत्तर कोरिया की मीडिया में प्रसारित हुई थीं. रिपोर्ट के मुताबिक इस चक्रवात ने 40 हजार हेक्टेयर फसल और करीब 16,680 घर बर्बाद कर दिए थे.