
उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज को गिरिडीह प्रशासन द्वारा 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया है जिसके बाद बीजेपी आक्रामक स्थिति में आ गई है. इस संदर्भ में झारखंड़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने इस मामले को लेकर झारखंड़ प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है कहा कि हेमंत सरकार नियमों के पान में दोहरा चरित्र अपना रही है जो कि बिल्कुल ठीक नहीं हैं.
दीपक प्रकाश ने यहां तक ये भी कह दिया कि कोरोना संकट के पहले ही दिन से हेमंत सरकार पदाधिकारी का चेहरा देखकर कार्रवाई कर रही हैं. कहा कि कोरोना के इस संक के दौर में सभी लोगों के साथ सामान व्यवहार किया जाना चाहिए जो कि नहीं किया जा रहा है.
इस दौरान उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सांसद साक्षी महाराज को क्वारंटाइन से मुक्त नहीं किया तो वे लोग हेमंत सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि लाकडाउन के प्रारंभ से ही आम जनता जहां एक ओर घरों में बंद है तो वहीं दूसरी ओर सरकार के मंत्री बसों में भरकर विदेशियों को भेजते हुए नियमों की धज्जियां उड़ा रहे थे.
कहा कि जब नेता विधायक दल एवं पूर् मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी सहित मुझे भी दिल्ली से लौटने के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया था, जबकि दूसरी ओर कांग्रेस से प्रदेश सह प्रभारी ने दिल्ली से रांची में आकर संगठन की बैठक ली, इस दौरान उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया गया इस तरह का दोहरा रवैय्या हेमंत सरकार शुरुआत से ही अपना रही है.
दीपक प्रकाश ने कहा कि उन्नाव सांसद साक्षी महाराज निजी कार्यक्रम में शामिल होन के लिए गिरिडीह आए थे और आज वे वापस लौट रहे थे. ऐसे में उन्हें एक अपराधी की तरह बैरिकेटिंग करके रोकना और इसके बाद क्वारंटाइन करना हेमंत सरकार के दोहरा रवैय्ये को दर्शाता है.