बिहार में एक तरफ पहले चरण के लिए मतदान हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-राहुल गांधी जैसे बड़े-बड़े नेताओं की रैलियां चल रही हैं. सभी राजनैतिक दल मतदाताओं को अपनी लुभाने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. राहुल गांधी ने अपनी रैली में लॉकडाउन की याद दिलाई.
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोनाकाल के दौरान अचानक लगे लॉकडाउन में मजदूरों और गरीबों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कोई इंतेजाम नहीं किए गए. सैकड़ों किलोमीटर लोगों ने पैदल ही सफर किया. इस दौरान उन्हें खाने पीने तक की सुविधाएं नहीं मुहैया कराई गई.
उन्होंने कहा कि मैने मजदूरों से मुलाकात की और उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि अगर हमें कुछ समय और सुविधाएं दे दी जाती तो हम अपने घर चले जाते. कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी वाले झूठ बोलते हैं. पहले इन्होने दो करोड़ रोजगार देने की बात कही, अब अगर प्रधानमंत्री फिर से यहां आकर रोजगार की बात करेंगे तो भीड़ उन्हें भगा देगी.
उन्होंने कहा कि हमारे अंदर एक कमी है कि हम इनकी तरह झूठ नहीं बोल पाते. झूठ बोलने में इनका कोई मुकाबला नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी और तालाबंदी दोनों का एक ही मकसद था और वो ये कि छोटे व्यापारियों, गरीबों और किसानों को बर्बाद करना.