जनता दल यूनाइटेड की आज पटना में कार्यकारिणी बैठक हुई. इस बैठक में नीतीश कुमार ने राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह को पार्टी की कमान सौंप दी. उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया. बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के ख़राब प्रदर्शन के बाद हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में 6 विधायकों ने पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था.
अप्रैल 2016 में शरद यादव के जेडीयू से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटने के बाद से ही नीतीश कुमार पार्टी के अध्यक्ष रहने के साथ ही मुख्यमंत्री के पद पर भी बने हुए थे.
कौन हैं आरसीपी सिंह?
आरसीपी सिंह वर्तमान में जेडीयू के राज्यसभा सांसद हैं. वह मूलरूप से नालंदा के रहने वाले हैं. वह नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं. नीतीश भी नालंदा से ही हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले आरसीपी सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव थे. जबकि राजनीति में आने से पहले वो उत्तर प्रदेश काडर के पूर्व आईएएस अधिकारी रह चुके हैं.
बताया जाता है जब 1996 में नीतीश कुमार केंद्र में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में मंत्री थे तो उसी दौरान उनकी नजर आरसीपी सिंह पर पड़ी. इस दौरान उत्तर प्रदेश काडर के आईएएस अधिकारी आरसीपी सिंह केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव के तौर पर काम कर रहे थे. जब नीतीश रेल मंत्री बने तो उन्होंने आरसीपी सिंह को अपना विशेष सचिव बनाया.
साल 2005 में जब बिहार विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठे तो उन्होंने आरसीपी सिंह को दिल्ली से बिहार बुला लिया था. जिसके बाद 2005 से 2010 के बीच आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के तौर पर कार्यरत रहे. 2010 में आरसीपी ने आईएएस की सेवा से रिटायरमेंट ले लिया. इसके बाद नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया.