महाराष्ट्र के सियासी संग्राम पर देश की सर्वोच्य अदालत के फैसले के बाद सभी सियासी दलों की हलचल तेज हो गई है. स्थिती ये है कि एक एक विधायक पर पार्टियों की नजरें हैं. ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो कल शाम पांच बजे के बाद ही तय हो पाएगा. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी अपने विधायकों को होटल में रखे हुए हैं.
उन्हें इस बात की आशंका है कि कहीं विधायकों की खरीद फरोख्त न हो जाए. कल शाम सात बजे तीनों पार्टियों ने 162 विधायकों को शपथ दिलाई कि वो पार्टी के साथ गद्दारी नहीं करेंगे, किसी लालच में नहीं आएंगे. 162 विधायकों में समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आसिम आजमी भी मौजूद थे.
महाराष्ट्र में कल शाम होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव भी सक्रिय हो गए हैं हालांकि सपा के वहां पर दो ही विधायक हैं. अखिलेश ने अबु आजमी को अहम जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि हर हाल में बीजेपी का विरोध करे और कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन का साथ दे.
बता दें कि आज महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर सुप्रीमकोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा कि बुधवार शाम पांच बजे से पहले फ्लोर टेस्ट करवा लिया जाए.
अदालत ने ये भी कहा फ्लोर टेस्ट की वीडियो रिकार्डिंग और लाइव टेलीकास्ट भी करवाया जाए. टेस्ट सीक्रेट बैलेट से नहीं होगा. अदालत ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति करने के भी आदेश दिए हैं. अदालत ने अपने आदेश में कहा कि लोकतांत्रिक मूल्य स्थापित करने के लिए अदालतें हैं.