बिहार विधानसभा चुनाव में वैसे तो मुख्य मुकाबला एनडीए गठबंधन और महागठबंधन के बीच हो मगर कई और भी दल अपनी पूरी जोर आजमाइश में जुटे हुए हैं.
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कई दलों के साथ लेकर गैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट के नाम से अलग गठबंधन तैयार किया है. इस गठबंधन की ओर से उपेंद्र कुशवाहा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं.
ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट में सीट बंटवारे का जो फार्मूला तय हुआ है उसके मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा 104 सीटों पर, मायावती की बहुजन समाज पार्टी 80 सीटों पर, असदउद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम 24 सीटों पर, ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 5 सीटों पर और जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट 5 सीटों पवर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट की ओर से ये बताया गया है कि 23 अक्टूबर को बसपा सुप्रीमो मायावती और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की भभुआ और करगहर में संयुक्त जनसभा होगी.
इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा 19 अक्टूबर को गोह, पारू, मोतिहारी, ढाका, बाजपट्टी, पटना और 20 व 21 अक्टूबर को बक्सर, चेनारी, मोहनियां, दिनारा, राजपुर, डुमरांव और नोखा में चुनावी रैलियां करेंगे.
फ्रंट की ओर से 37 उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी गई. अब देखना ये है कि छोटे दल मिलकर बिहार के चुनावी गणित को किस तरह से प्रभावित करते हैं.