उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान का आगाज हो चुका है. 5 अगस्त के दो बड़े दल भाजपा और सपा ने कार्यक्रम कर अपना शक्ति प्रदर्शन कर दिया है.

गुरूवार को एक ओर अखिलेश यादव साइकिल चला रहे थे तो दूसरी ओर भाजपा का अन्न महोत्सव चल रहा था. यूपी चुनाव में छोटे दलों की भूमिका को कमतर नहीं आंका जा सकता.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान 2022 चुनाव को लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ही उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी. पारिवारिक विवाद को लेकर भी उनका दर्द छलका और उन्होंने इस विषय पर भी खुलकर बात की.

शिवपाल यादव से जब पूछा गया कि जब मुलायम सिंह परिवार में एकता और आपसी प्रेम की मिसाल दी जाती है तो आपने अलग राह क्यों पकड़ी. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह ने सबको गले लगाया, वो परिवार के साथ गांव और पार्टी को साथ लेकर चले, उन्होंने दुश्मनों को भी साथ लेने से गुरेज नहीं किया.

प्रसपा मुखिया ने कहा कि अगर भतीजा भी नेताजी की राह पर चलता तो मुझे कोई दिक्कत नहीं थी. शिवपाल यादव ने कहा कि अगर नेताजी की बात मानी जाती तो तस्वीर ही कुछ और होती.

उन्होंने कहा कि सभी सेक्युलर दल साथ मिलकर चुनाव लड़ें तो भाजपा को मात दी जा सकती है. शिवपाल यादव ने कहा कि हमने अखिलेश से मिलने के लिए कई बार समय मांगा मगर मिला नहीं.

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