ज्योतिरादित्य सिंधिया की करीबी मंत्री को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चुनाव ने एक बड़ा झटका दे दिया है. उनकी मांग को उन्होंने एक तरह से ख़ारिज कर दिया है. यह मांग उनकी सरकार में मंत्री इमरती देवी ने की थी. इसको लेकर कांग्रेस बीजेपी को घेरने में जुटी थी. जबकि बीजेपी ने इस पर चुप्पी साध रखी थी.
राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने प्रदेश के आंगनबाड़ी केन्द्रों में अंडा परोसने की मांग की थी. वह लगातार ये मांग कर रही थीं. कांग्रेस सरकार में रहते हुए उन्होंने मांग की थी, तब विपक्ष में रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने इसका विरोध किया था.
अब शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और उनकी सरकार में इमरती देवी मंत्री. इमरती देवी ने अपनी मांग फिर दोहराई. जिस पर बीजेपी ने चुप्पी साध ली थी. जबकि कांग्रेस बीजेपी से इस पर सफाई मांग रही थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी इसको लेकर सवाल किया गया था, जिसे उन्होंने टाल दिया था.
इमरती देवी ने अपने बयान में कहा था कि जिसे विरोध करना है, वह करते रहे. मैं कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को खाने में अंडा दूंगी. हालांकि ये भी कहा कि अंडा अनिवार्य नहीं है, जो नहीं खाते उन्हें फल दिया जाएगा.
वहीं अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस पर चुप्प्ती तोड़ी है. भोपाल में बीजेपी कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के बर्थडे पर प्रदेश आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को कुपोषण दूर करने के लिए दूध पिलाएंगे. इस बीच उन्होंने ये भी कहा कि अंडा नहीं देंगे. कहा कुपोषण दूर करने के लिए अंडा नहीं दूध देंगे.
इससे पहले इस मामले पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान है, फैसला भी वही लेंगे. वहीं शिवराज सिंह के बयान पर अब कांग्रेस प्रवक्ता ने चुटकी ली है.
नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि श्रीअंत की ख़ास दलबदलू मंत्री इमरती देवी को मुख्यमंत्री शिवराज जी ने दिखाया आइना. आंगनबाड़ी में अंडा परोसने के फैसले को नकारा. मंत्री को अपनी हद बताई. भाजपा में वास्तविकता इन दलबदलुओं को समझ में आ रही है।