शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए अभी भी अनाधारिक माध्यमों से सरकार बनाने के लिए अभी भी संपर्क कर रही है. ठाकरे ने कहा कि वे हर बार अलग-अलग प्रस्ताव दे रहे हैं. लेकिन हम लोगों ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ जाने का निर्णय किया है.
शिवसना नेता के इस बयान के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री की पदवी पर रहें नारायण राणे ने उद्धव के बयान की पुष्टि करते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें सरकार के गठन के लिए शिवसेना को समझाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए लगा रखा है.
राणे ने कहा कि हम 145 सदस्यों को एक सामान्य बहुमत की कोशिश में लगे हुए हैं. ये ही हमारा लक्ष्य है, इसकी पूर्ति के बाद हम राज्यपाल को अपनी सूची सौंपेंगे.
ठाकरे ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के उस बयान का जिक्र करते हुए कहा भाजपा पर ह’मला बोला जिसमें उन्होंने कहा कि शिवसेना औपचारिक रुप से पहली बार कांग्रेस और राकांपा के साथ सोमवार को संपर्क किया.
उद्धव ने कहा कि वे लोग हमारे ऊपर भाजपा को छोड़कर हर किसी से पहले ही बात करने का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन अब सारी सच्चाई सामने आ गई है. हमारे पास बातचीत का समय था, लेकिन मैं इस दिशा में नहीं जाना चाहता था, जिस दिशा में आज चर्चा हो रही है. राज्यपाल ने दो दिन का समय नहीं दिया जबकि 6 महीने का समय दूसरे दलों को दे दिया.