राजद नेता तेज प्रताप यादव ने हाल ही में रांची में अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की. जिसके बाद झारखण्ड पुलिस ने तेज प्रताप और उनके साथ अन्य लोगों पर कोविड-19 लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन को लेकर केस दर्ज कर लिया.

रांची में एफआईआर दर्ज होने से नाराज तेज प्रताप ने कहा कि यह केस झारखण्ड सरकार के खिलाफ होना चाहिए था. जब मैं अपने पिता से मिलने गया था तो वहां की सरकार से ठहरने के लिए एक गेस्ट हाउस की मांग की थी. लेकिन ये उपलब्ध नहीं कराया गया. मैं रोड पर तो नहीं सो सकता.

तेज प्रताप ने कहा कि मैं 4 गाड़ियों के साथ गया था. हमारे साथ पीछे से कितनी गाड़ियां गयी थी, ये मुझे नहीं पता है. जो पीछे से आ जाते हैं मैं उनके साथ लड़ नहीं सकता हूं और ही उनको कुछ बोल सकता हूं. हमने झारखण्ड के मुख्य सचिव से मुलाकत भी की थी.

उन्होंने कहा था कि एक लेटर दे दीजिए कि आप दूसरे राज्य से आए हैं. मैंने रांची में कोरोना टेस्ट भी करवाया था, जो निगेटिव आया था. मेरे साथ 4 लोग थे उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई थी. हम सभी रांची में सड़क किनारे नहीं सो जाते. हमें तो कहीं आशियाना चाहिए था. इसलिए होटल में कमरा ले लिया. झारखण्ड सरकार को चाहिए था कि हमें होटल उपलब्ध करवाती. हमने झारखण्ड से पहले मांग भी की थी कि गेस्ट हाउस दिया जाए. ये झारखण्ड सरकार की गलती है. झारखण्ड सरकार पर केस होना चाहिए.

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