बिहार विधानसभा चुनाव के एलान से पहले वहां की सियासत में बड़े उलटफेर देखने को मिल रहे हैं. एनडीए गठबंधन हो या महागठबंधन दोनों ही खेमों के घटक दलों में नाराजगी की खबरें लगातार आ रही हैं. माना जा रहा है कि चुनाव की तारीखों के एलान से पहले काफी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है.
बिहार महागठबंधन से मांझी के जाने के बाद अब रालोसपा मुखिया उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी की खबरें आ रही हैं. कुशवाहा ने गुरूवार को पार्टी की राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की आपात बैठक बैठक बुलाई है.
उपेंद्र कुशवाहा इस बैठक में पार्टी पदाधिकारियों को महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर हुई अब तक की बातचीत का ब्यौरा देंगे. इस चर्चा के बाद जो भी तय होगा उसका एलान जल्द किया जा सकता है.
महागठबंधन छोड़ एनडीए का हिस्सा बने जीतन राम मांझी ने रालोसपा मुखिया उपेंद्र कुशवाहा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार से बातचीत करने की सलाह दी है. बता दें कि रालोसपा 35 सीटों की मांग कर रही है मगर राजद उसे 10-12 सीटों से ज्यादा देने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है.
रालोसपा नेताओं का कहना है कि अगर सीट बंटवारे पर ही समझौता करना है तो महागठबंधन से बेहतर विकल्प एनडीए है. इस मामले को लेकर हम के मुखिया मांझी ने कहा है कि मैं तो पहले से ही कह रहा हूं कि राजद मनमानी कर रही है, इसके पीछे उनका छुपा हुआ एजेंडा है, आज नहीं तो कल ये बात महागठबंधन के सभी दलों की समझ में आ जाएगी.