उत्तर पश्चिमी भारत के अधिकतर इलाकों में गरज और बिजली के साथ छिटपुट बारिश हुई है. पूर्वी उत्तर प्रदेश को छोड़कर वर्षा गतिविधि में कमी आई है. जबकि अगले 4-5 दिनों के दौरान व्यापक रूप से व्यापक वर्षा जारी रहने की संभावना है. अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
औसत समुद्र तल पर एक ट्रफ़ रेखा उत्तर पश्चिमी राजस्थान से हरियाणा, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश और इससे सटे बिहार, झारखण्ड, गंगीय पश्चिम बंगाल पर कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र में उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक जाती है. यह औसत समुद्र तल से 0.9 किमी तक फैली हुई है.
लखनऊ व आसपास के जिलों सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश हुई है. जिससे जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. इस बीच मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया है कि पूर्वी यूपी में अगले एक हफ्ते तक मूसलाधार बारिश की संभावना है. साथ ही प्रदेश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश होती रहेगी. लगातार एक हफ्ते तक होने वाली इस बारिश के बीच में कुछ समय के लिए रुकने की भी संभावना है.
इस बार के मानसून से जहां धान की खेती करने वाले कुछ किसानों को फायदा होगा तो वहीं आम की फसल और फूल की खेती को काफी नुकसान होगा.